Alka Kaushik

In the times of Rowling’s Harry Potter let’s take a turn to Khurja’s Potters

चिमनियों के शहर में

खुर्जा से दोबारा वास्ता बना था करीब डेढ़ दशक बाद। पहली बार जब देखा तो सिर्फ शॉपिंग के अड्डे के तौर पर, जहां से सस्ते में ढेरों सामान खरीद लायी थी – सेरेमिक पॉट्स से लेकर सूप बोल्स, प्लेटें, कॉफी मग, कप, टी-पॉट और भी जाने क्या-क्या।

IMG_20160802_153233

फिर वक़्त की बेरहमी के चलते भूल गई सब। और इन सालों में गमलों में उगे पौधों ने जाने कितनी बार पतझड़ झेला, बसंत में बहके, सर्दी में सहमे और गर्मी में किसी तरह खुद की हस्ती को संभाले रहे। कुछ टूट फूट गए और साल-दर-साल किचन भी खुर्जा पॉटरी से महरूम होती रही। तो वाकई अब समय था दूसरे ट्रिप का।

बीते दिनों बुलंदशहर जब नेशनल मीडिया में बदनामी कमा रहा था हम ऐन उसके दो रोज़ बाद NH91 पर से फर्राटा गुजर गए थे। हमारी मंजिल थी खुरचन और सेरेमिक पॉटरी के लिए मशहूर खुर्जा नगरी। एहतियात बरतने के संदेशों ने थोड़ा भरमाया जरूर था, लेकिन पॉटरी शॉपिंग का एजेंडा सब पर भारी पड़ा।

और ये रहा बेरूमानी यूपी का रूमानी हाइवे

IMG_20160802_184735

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में पहुंचने के लिए दिल्ली-गाजियाबाद- ग्रेटर नोएडा होते हुए एनएच 91 पर बढ़ चले थे हम। सिकंद्राबाद पार करते-कराते काली घटा ने जो घेरा उसका बयान नामुमकिन है। और इस तरह खुर्जा का सफर भी बिन चाहे मानसून पर्यटन का हिस्सा बन गया। पश्चिम के बाद पूरब और दक्षिण होते हुए अपने उत्तर भारत में बादलों के पीछे-पीछे दौड़ने का सपना पूरा हो रहा था। और अपनी किस्मत पर सिर्फ इतराया जा सकता था।

हाइवे पार हुआ तो चिमनियों के शहर में हमने दस्तक दी।

IMG_20160802_181858

सेरेमिक पॉटरी के शहर में थे इसका पता शहर के कूड़ेदान दे रहे थे

IMG_20160802_161538
Even the potters’ town open bin is so artistic!

खुर्जा शहर के पॉटर्स हब बनने के पीछे एक मशहूर दास्तान है कि करीब छह सौ बरस पहले तैमूर की सेना के कुछ घायल सैनिक यहां रुक गए थे। इन सैनिकों में फारस, अफ्गानिस्तान, तुर्की जैसे जाने कितने ही देशों के कुम्हार शामिल थे। वो क्या रुके इस इलाके में कि इसे अपने शिल्प से रंग दिया। मिट्टी को चिमनियों में पकाकर, रंगकर, हाथों की कारीगरी से बर्तन बनाए जाने लगे। आज तलक उनके ही वारिस हैं जो यहां के पठान मुहल्ले और फूटा दरवाज़ा मुहल्ले जैसे इलाकों को आबाद किए हैं।

IMG_20160802_164720

एक से एक गज़ब रंगों से भरे पॉटरी एंपोरियम खुर्जा में बिखरे हैं, और उन रंगों की जादूगरी करने वाले हाथ खुर्जा के मुहल्लों में फैले हैं।

IMG_20160802_170144

और चाय-कॉफी से इश्क हो तो खुर्जा को कैसे कोई भूल सकता है

IMG_20160802_171247

शहरों के अप-मार्केट शोरूमों के पॉटरी सैक्शन में जो सामान बिकता है उसे 1/10वें दाम में खरीदना हो तो इस ठिकाने को याद रखना।

IMG_20160802_164728
A young couple engrossed in shopping @Chabra Emporium, GT Road, Khurja

सुनते हैं कि खुर्जा की पॉटरी विदेशों के एंपोरियमों से लेकर आम-खास लोगों के घरों, दफ्तरों, महलों, भव्य होटलों तक में पैठ बना चुकी है। अपने ही शहर के शोरूमों में देख लो, देशभर के होटलों में जिस क्रॉकरी को देखकर आंखे चमकती हैं वो सब खुर्जा की किसी भट्टी से ही निकली होती हैं।

IMG_20160802_170544

दिल्ली हाट से लेकर पांच सितारा होटलों के रिसेप्शनों तक, यूरोप के घरों में और मेरे घर में भी इन उम्दा नमूनों को पनाह मिलती आयी है। अपने ही बैकयार्ड के शिल्प को नज़रंदाज़ करने का घोर अपराध अब और नहीं। आइये, हैरड्स की बजाय खुर्जा से खरीदें क्रॉकरी।

IMG_20160802_165504

चिमनियों और भट्टियों ने जो बदनामी इस शहर को दिलायी है उसे आॅफसेट करने की कोशिश भी दिखी इस बार सड़कों पर।

IMG_4411

ई-रिक्शाओं ने खुर्जा शहर को जो आधुनिकता का जामा पहनाया है, उसे देखना सुकून से भर जाता है।

IMG_20160802_181532

एक हेरिटेज टूर का विषय है खुर्जा, एक आर्ट सीन है खुर्जा, एक क्राफ्ट बाज़ार है खुर्जा और हम ही इस दौलत से बेपरवाह हैं।

खुर्जा जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर से दूरी — करीब 90 किलोमीटर