Alka Kaushik

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the homecoming!

 मैं बहुत दिनों बाद इतरायी थी उस रोज़ .. क्या आपको घर के सपने आते हैं? मुझे अक्सर आते हैं, पुराने—पुराने घरों के, बहुत पुराने, नामालूम वो कबकी यादें होती हैं जो सपनों में घुसपैठ कर जाती हैं और फिर मुझे उन घरों में ले जाती हैं जिन्हें चेतन कभी का भुला चुका होता है। …

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Yamunotri Dham

Chardham Yatra – Retracing the footsteps of my ancestors

चार धाम यात्रा — पुरखों की ज़मीन पर अध्यात्म के सबक पहाड़ मुझे जब-तब बुलाते हैं और उनकी पुकार को अनुसना करना जब नामुमकिन हो जाता है तो मैं अपने पुरखों की ज़मीन की तरफ चल देती हूं। जाने क्यों मुझे हमेशा महसूस होता है कि वो आवाज़ किसी उस पुरखे ने लगायी है जिनकी …

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