
Lata Mangeshkar’s journey in words
Book Review: ‘अपने खुद के शब्दों में — लता मंगेशकर’ | प्रकाशक: नियोगी बुक्स मूल लेखक: नसरीन मुन्नी कबीर | हिंदी अनुवाद: पी श्याम | कीमत: 750 नई-नकोरी किताब जिस दिन …
Read MoreAlka Kaushik's Travel Stories
Book Review: ‘अपने खुद के शब्दों में — लता मंगेशकर’ | प्रकाशक: नियोगी बुक्स मूल लेखक: नसरीन मुन्नी कबीर | हिंदी अनुवाद: पी श्याम | कीमत: 750 नई-नकोरी किताब जिस दिन …
Read More30000 फीट पर ‘हिंदू मील‘ मेरा दूसरा सवाल तैयार था – ‘तो फिर ये हिंदू मील क्या बला होती है?’ “अमां यार, बला नहीं, वो दरअसल, उन ‘हिंदुओं’ के लिए …
Read Moreलद्दाख में सर्दी का रुख करने का इरादा है? जानिए कैसी तैयारियां जरूरी हैं ‘लद्दाख इन विंटर’ के लिए सर्दी और पहाड़ से मेरा नाता अब कम से कम खुद …
Read Moreजब चार हजार मीटर ऊंचाई पर मिला था चाय का न्योता! दुनिया में सबसे गर्मजोशी भरा निमंत्रण मुझे उस रोज़ ट्रांस हिमालय की ग्लेशियरों से लदी चोटियों के इस पार …
Read Moreबहारें अब भी आएंगी! “O, Wind, if winter comes, can spring be far behind?” महसूस किया आपने कि कोरोना के विलाप को किस चतुराई से दबा रहा है बसंत का अट्टहास? तमाम …
Read MoreA journey to the the lost trading town of God’s own country पेरियार की लहरों पर अतीत की सवारी बीते दो दशकों में केरल के समुद्र तटों, बैकवॉटर्स, पहाड़ों और …
Read MoreLet’s Explore offbeat Delhi during Spring (Feb-March) चले आओ मेरे संग ऑफबीट दिल्ली के सफर पर दिल्ली में घुमक्कड़ी, टहला-टहली का और कुनकुनी धूप में मीठी वाली सर्दी की सरगोशियां …
Read Moreन्यपी – जब बाली बुनता है सन्नाटे का साम्राज्य a day of purification of the universe and human soul मेरे लिए दूर देशों की यात्राओं का सबसे बड़ा आकर्षण उनके …
Read Moreसमय की खोह से झांकते बर्लिन का सफर बर्लिन के टेगेल हवाईअड्डे पर विमान के पैर धरने की देर थी कि कुछ ही देर में एयरोब्रिज उसके सीने से आ …
Read MoreMy Busking Diary यूरोप में बस्किंग यानी सड़कों-गलियों पर संगीत, नृत्य, कला के प्रदर्शन या नुक्कड़ नाटिका जैसी प्रस्तुतियां बेहद लोकप्रिय हैं। इतनी कि इस महाद्वीप के अमूमन हर देश …
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