About Tea-Coffee trails –
This series is specially planned for all those tea-coffee connoisseurs out there who want to experience these beverages in a unique setting and at the same time want to learn some facts behind the art of tea growing, brewing and of-course serving! stay tuned to know more about our interesting tradition of tea-coffee drinking and of course confessions of a drinker!
Khyber Himalayan Resort & Spa (http://khyberhotels.com/ ) के निमंत्रण से बहुत उत्साहित थी। अलबत्ता, सर्दीली कश्मीर में चंद रातें गुज़ारने का वो बहाना बुरा भी नहीं था। व्हाइट कश्मीर पहले भी मेरे हिस्से आया था मगर वो गुलमर्ग की बर्फीली ढलानों पर स्कींग का अनुभव था। यानी रफ-टफ, सुकूं से परे वाली कश्मीरी सर्दी। इस बार एकदम 180 डिग्री उलट था मामला – लग्ज़री की मिसाल के तौर पर गिने जाने वाले Khyber Himalayan Resort & Spa के साथ कश्मीर को जीने का पैगाम।
सफर का रास्ता वही, मंजिल वही मगर अंदाज़ एकदम जुदा।

कश्मीर की सर्दी में सबसे ज्यादा वक़्त जानते हैं किसके साथ गुज़रता है? अपने इस तीसरे सफर में मुझे पूरा यकीन हो गया था कि चाय के साथ मेरा याराना ही दरअसल, सर्दी के साथ मेरे इश्क का सबब है।
पीर-पंजाल की बर्फ ढकी पहाड़ियों को ताकते हुए ठंड की सिहरन से निपटने का इंतज़ाम है चाय-काहवा या कॉफी की चुस्कियां। कश्मीर में शराबबंदी है, हुजूर.. इसीलिए
लिहाज़ा, ज्यादा वक़्त हमने गुज़ारा ”चायकश” ( 1 Chaikash menu ) में।

अगर आप लग्ज़री पसंद करते हैं तो खैबर का स्पा चुनेंगे और मेरी तरह चाय के कद्रदान हैं तो मुड़-मुड़कर चायकश आएंगे।
खैबर का टी-लाउंज है चायकश। कश्मीरी शब्द चायकश यानी चाय की पत्तियों को धीमे-धीमे ब्रू करने की कला।
इस टी लाउंज में सिर्फ चाय का शौक ही नहीं फरमाया हमने, बल्कि कश्मीर के चाय प्रेम को भी जाना। ये एंटीक समोवार कश्मीरियों का चाय प्रेम ही तो बयान करते हैं।

चायकश की शीशे की दीवार के उस पार महीन बर्फबारी के बीच काहवा की चुस्कियां आज भी याद हैं … सुबह-शाम की सैर के बाद किटकटाते बदन को गर्माहट देने के लिए चाय की वो अनगिनत प्यालियां भी कब भूली हैं।
और यहीं हमारा परिचय हुआ सिवेट कॉफी से ..यों तो कॉफी के तलबगारों में से हैं हम भी .. मगर सिवेट कॉफी का दाम सुनकर अपनी चाय की दीवानगी ही भली लगती है!
चाय बागानों से चाय के प्यालों तक, टी-स्टॉल से टी-लाउंज तक के सफर में मेरे साथ रहिए… अभी कई मंजिलें बाकी हैं। ये तो सिर्फ शुरूआत है।