नंदा देवी राजजात यात्रा 2014
(18 अगस्त से 06 सितंबर, 2014)
अनजान रास्तों का अबूझ सफर
कहते हैं वास्तविक यात्राएं वही होती हैं जिनके ओर-छोर टूरिस्ट मानचित्रों पर कहीं दिखायी नहीं देते और असली ट्रैवलर भी वही है जो रटी-रटायी लीक पर चलने के बजाय किसी नए, अनजान, अनूठे और आश्चर्य में डाल देने वाली सड़कों को हमसफर बना ले। ऐसी ही एक लुभावनी यात्रा इस साल होने जा रही है जिसके आप साक्षी बन सकते हैं और अगर ट्रैकिंग का हौंसला रखते हैं तो इस अध्यात्मिक तीर्थयात्रा से जुड़कर उत्तराखंड के बेहद रमणीय लेकिन टूरिस्ट साइटों या टूर ऑपरेटरों की शब्दावली का अब तक हिस्सा नहीं बने इलाकों को साक्षात् देखने का आनंद पा सकते हैं।
उत्तराखंड के चमोली जिले (गढ़वाल) में कर्णप्रयाग तहसील से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित नौटी गांव में नंदाधाम से 18 अगस्त, 2014 शुरू होगी शैलपुत्री नंदा देवी की अपने मैत (मायके) से विधि-विधानपूर्वक विदाई की यात्रा। सुदूर हिमालयी क्षेत्र में लगभग 280 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का मार्ग अत्यंत उबड़-खाबड़, विषम, खतरनाक इलाकों से गुजरता है। पूरे मार्ग में रात्रि पड़ावों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, दिन भर मंदिरों, धामों से गुजरते हुए पूजा-हवन जैसी धार्मिक गतिविधियां इस यात्रा को अनूठा अध्यात्मिक रंग देती हैं। उत्तराखंड में गौरा को बेटी मानकर पूजा जाता है और जब वही बेटी भादो के कृष्णपक्ष में अपने मायके से विदा ले रही होती है तो मानसून की झड़ी भी लग चुकी होती है जिसे उत्तराखंडवासी मानते हैं कि विदाई पर आसमान भी अश्रुवर्षा कर रहा है।
नंदा देवी राजजात यात्रा वास्तव में, ईश्वरीय अनुभूति का मानवीय धरातल पर उत्सव है। विज्ञान और अंतरिक्ष युग की भागाभागी, अत्याधुनिक मशीनी उपकरणों की आम आदमी की जिंदगी में पैठ के बावजूद इस तरह की विषम यात्राओं में भोले-भाले ग्रामीणों की भागीदारी से लेकर देश-विदेश से इसमें शिरकत करने आए उत्सुक सैलानियों की दिलचस्पी कहीं धीरे से कह जाती है कि हिमालयी साए ने आज भी सैंकड़ों गाथाओं, मिथकों और किंवदंतियों को जिंदा रखा है।
यात्रा की प्रकृति भले ही धार्मिक होती है मगर एडवेंचर की भरपूर खुराक भी इसके जरिए आपको मिलती है। यानि अगर आपकी प्रयोजन धार्मिक नहीं है, तो भी प्राकृतिक सौंदर्य, ट्रैकिंग या भ्रमण के वास्ते इस अनूठी यात्रा में भाग लिया जा सकता है।
गढ़वाल मंडल विकास लिमिटेड यात्रा रूट पर आवास का इंतजाम करती है, अगर आप इच्छुक हैं तो 0135 2431793 / 0135 2749308 http://www.gmvnl.com/newgmvn/ से संपर्क में रहें। जल्द ही कोई पैकेज टूर भी घोषित हो सकता है।
Nanda Devi Raj Jat 2014 Yatra Program | |
Date | Yatra Program |
August 18 | Yatra begins from Nauti village and reach Idabadhani |
August 19 | Idabadhani to Nauti |
August 20 | Nauti to Kansuwa |
August 21 | Kansuwa to Sem |
August 22 | Sem to Koti |
August 23 | Koti to Bhagwati |
August 24 | Bhagwati to Kulsari |
August 25 | Kulsari to Chepdnue |
August 26 | Chepdnue to Nandkesari |
August 27 | Nandkesari to Faldiagaon |
August 28 | Faldiagaon to Mundoli |
August 29 | Mundoli to Wan |
August 30 | Wan to Gairoli Patal |
August 31 | Gairoli Patal to Bedni |
September 01 | Bedni to Patar Nachaunia |
September 02 | Patar Nachaunia to Shilasamudra |
September 03 | Shilasamudra to Homkund and Chandaniyaghat |
September 04 | Chandaniyaghat to Sutol |
September 05 | Sutol to Ghat |
September 06 | Ghat to Nauti |